Agrarian Crisis

पी.वी.सतीश – ‘मिलेट मैन’ नहीं, स्वस्थ्य खेती करने वाली दलित महिलाओं के दूत

आखिर भारत का असली ‘मिलेट मैन’ है कौन? अगर सतीश इस सवाल को सुनते, तो हँसते! उन्होंने अपना पूरा जीवन लगा दिया इस तरह की सतही समझ और विज्ञापनी लेबल हटाने में। अपनी सूझ-बूझ का उपयोग उन्होंने साबुन-तेल या या सॉफ्टवेयर या आर्थिक विकास का सपना बेचने के बाजारू अभियानों में नहीं किया! अपना फलता-फूलता कैरियर 1980 के दशक में छोड़ के वे साधारण महिलाओं के खेती-बाड़ी के विवेक को समझने में जुट गये।